Header Ads

ड्रैकुला 31

 

बहुत पहले सर्च लाइट ने कुछ दूरी पर एक स्कूनर को देखा था, जिसके सारे पाल चढ़े हुए थे, शायद यह वही यान था जिसे पहले शाम को देखा गया था। इस समय तक हवा फिर से पूरब की ओर बहने लगी थी, और उस खतरे को महसूस कर के क्लिफ पर मौजूद तमाशबीन काँप गये, जिसमें वह इस समय था। उसके और बन्दरगाह के बीच में विशाल सपाट शैल-भित्ति थी, जिससे समय-समय पर काफी अच्छे जहाजों को नुकसान उठाना पड़ा था, और इसके वर्तमान चौथाई से बहने वाली हवा से, बिलकुल असंभव था कि वह किनारे तक पहुँच जाये।

अब ज्वार आने का समय लगभग हो चुका था, लेकिन लहरें इतनी विशाल थीं कि उनके कुंडों में किनारे की उथल-पुथल लगभग दृश्यगत थी— और स्कूनर, जिसके सभी पाल चढ़े हुए थे, इतनी रफ्तार से बढ़ा चला आ रहा था कि एक अनुभवी नागरिक के शब्दों में, “उसे कुछ करना पड़ेगा, वरना वह नर्क में जा कर रुकेगा।”

उसके बाद समुद्री कोहरे का एक और झोंका आया, जो अब तक की तुलना में कहीं ज़्यादा विशाल था, बेहद घनी नम धुंध, जिसने हर चीज़ को स्लेटी लबादे की तरह ढक लिया, और लोगों के बस कान काम के लायक रह गये, योंकि तूफान की गर्जना, बादलों की गड़गड़ाहट, और दैत्याकार लहरों का उछाल अब पहले से कहीं ज़्यादा तेज़ हो गया था। सर्च लाइट की किरणें बंदरगाह के मुहाने पर पूरे पूर्वी तटबंध पर स्थिर रखी गई थीं, जहाँ टकराने की आशंका थी, और लोग सांस रोके इंतज़ार कर रहे थे।

हवा अचानक उत्तर-पूर्व की ओर चलने लगी, और बचा हुआ समुद्री कोहरा अचानक पिघल गया… और फिर, विस्फोट से पहले चमत्कारी ढंग से, तटबंधों के बीच, लहरों पर उछलते हुए अंधाधुंध रफ्तार से आते उस स्कूनर ने, जिसके सारे पाल चढ़े हुए थे, बन्दरगाह की सुरक्षा में आ लगा। उस पर सर्चलाइट डाली गई, और देखने वालों के बदन में झुरझुरी दौड़ गई, क्योंकि नियंत्रण चक्र से एक लाश बंधी थी, जिसका सिर लटका हुआ था, और जो जहाज़ की हर गति के साथ डोल रही थी। डेक पर और कोई इंसान नज़र नहीं आया। जैसे ही सबको एहसास हुआ कि कि जहाज, जैसे किसी चमत्कार से, एक मृत व्यक्ति के हाथ से बचते-बचाते बंदरगाह पर लग गया था! हालांकि इन शब्दों को लिखने की तुलना में यह सब कुछ काफी जल्दी हुआ था। स्कूनर रुका नहीं, बल्कि बन्दरगाह को पार कर गया, और रेत और बजरी के उस जमावड़े पर आ कर रुका, जो पूर्वी क्लिफ के नीचे कई ज्वारों और तूफानों द्वारा घाट के दक्षिण-पूर्व कोने में बहा कर लाया गया था, जिसे स्थानीय रूप से टेट हिल पियर के रूप में जाना जाता है।

जहाज के बालू के ढेर पर चढ़ने से निश्चित रूप से उसे काफी झटका लगा था। हर मस्तूल, रस्सी, और लंगर टूट-फूट गया था, और शीर्ष-हथौड़े का कुछ हिस्सा भी गिर गया था। लेकिन, सबसे अजीब बात यह थी कि जैसे ही जहाज़ ने किनारे को छुआ, एक विशाल कुत्ता नीचे से डेक पर उछला, जैसे कि झटके से उछल गया हो, और आगे दौड़ते हुए, अग्र भाग से रेत पर कूद गया। सीधे खड़ी चट्टान पर वहाँ से चढ़ते हुए, जहां चर्च का परिसर पूर्वी पियर के रास्ते पर इतनी आगे तक लटका हुआ है कि कुछ फ्लैट कब्रें, 'थ्रफस्टीन' या थ्रू-स्टोन, जैसा कि व्हिटबी वाले स्थानीय भाषा में उन्हें कहते हैं— वास्तव में वहाँ तक बढ़े आते हैं, जहां स्थायी चट्टान गिर गई है। वह अंधेरे में गायब हो गया, जो सर्चलाइट के फोकस के पीछे और भी गहरा लग रहा था।

जब यह सब हुआ तब टेट हिल पियर पर कोई भी नहीं था, क्योंकि जिनके भी घर उस क्षेत्र के आसपास हैं— वे या तो बिस्तर में थे, या ऊपर क्लिफ पर। इस प्रकार बंदरगाह के पूर्वी हिस्से में ड्यूटी पर तैनात तटरक्षक, फौरन भाग कर छोटे घाट पर गया, और जहाज़ पर चढ़ने वाला वही पहला व्यक्ति था। जो लोग सर्चलाइट पर काम कर रहे थे, उन्होंने बंदरगाह के प्रवेश द्वार को खंगाला, और जब कुछ नहीं पाया तो उन्होंने लाइट को आवारा पोत की ओर मोड दिया और वहीं स्थिर कर दिया। तटरक्षक पीछे भागा, और जब वह स्टियरिंग व्हील के पास आया, तो उसकी जांच करने के लिये झुक गया, और एकबारगी किसी अचानक भावना के तहत पीछे हट गया। इससे सामान्य लोगों के मन में जिज्ञासा पैदा हो गई, और काफी संख्या में लोग दौड़ने लगे।

वेस्ट क्लिफ के ड्रॉ-ब्रिज से टेट हिल पियर तक की दूरी काफी ज़्यादा है, लेकिन आपका संवाददाता काफी अच्छा धावक है, और भीड़ से काफी पहले वहाँ पहुँच गया। हालांकि, जब मैं पहुंचा, तो मैंने देखा कि घाट पर पहले ही काफी भीड़ इकट्ठी थी, जिसे तटरक्षक और पुलिस ने बोर्ड पर आने देने से साफ मना कर दिया था। मुख्य नाविक के सौजन्य से, मुझे, आपके संवाददाता के रूप में, डेक पर चढ़ने की अनुमति दी गई थी, और मैं उस छोटे से समूह में से एक था जिसने मृत नाविक को वाकई व्हील से बंधा हुआ देखा था।

इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं थी कि तटरक्षक आश्चर्यचकित था, बल्कि डर गया था, क्योंकि ऐसा नजारा अक्सर नहीं देखा जाता। वह आदमी बस अपने हाथों से जकड़ा हुआ था, जो एक दूसरे के ऊपर पहिये की छड़ से बंधे हुए थे। भीतरी हाथ और लकड़ी के बीच एक क्रूसीफिक्स था, मोतियों का सेट जिसे दोनों कलाइयों से पहिये के चारों ओर बांधा गया था, और उन सभी को डोरियों द्वारा एक साथ बांधा गया था। बेचारा कभी बैठा होगा, लेकिन पालों के फड़फड़ाने और टकराने से स्टियरिंग व्हील घूमता रहा होगा, और उसके साथ वह आगे-पीछे खिंचता रहा होगा, जिससे जिन रस्सियों से उसे बांधा गया था, वे मांस को काट कर हड्डियों तक पहुँच गई थीं।

सभी चीजों की स्थितियों को ठीक-ठीक दर्ज किया गया, और 33 के, ईस्ट इलियट प्लेस के एक डॉक्टर, सर्जन जे॰ एम॰ कैफिन, जो मेरे तुरंत बाद आये थे— ने जांच करने के बाद घोषित किया कि वह आदमी कम से कम दो दिनों पहले मर चुका होगा। उसकी जेब से एक बोतल मिली, जिसका काग सावधानी से बंद किया गया था, जिसमें कागज का एक छोटा सा बंडल था, जो लॉग का परिशिष्ट साबित हुआ। तटरक्षक ने कहा कि आदमी ने अपने हाथों को खुद बांधा होगा, और अपने दांतों से गांठ लगाई होगी। यह तथ्य कि बोर्ड पर पहले जाने वाला तटरक्षक था, बाद में एडमिरल्टी कोर्ट में कुछ जटिलताओं से बचा सकता है, क्योंकि तटरक्षक बचाव के ईनाम पर दावा नहीं कर सकते हैं, जो कि परित्यक्त संपत्ति में प्रवेश करने वाले पहले नागरिक का अधिकार है। हालांकि, कानूनी जुबानें पहले ही हिलने लगी हैं, और एक युवा कानून का छात्र जोर जोर से कह रहा है कि मालिक ने अधिकारों का पहले ही पूरी तरह से त्याग कर दिया है, उसकी संपत्ति को मोर्टमैन के कानून के उल्लंघन में रखा जा रहा है, क्योंकि पतवार, यदि सबूत नहीं तो प्रतीक के रूप में कब्जे में ले ली गई है, जो एक मृत हाथ में थी। कहने की आवश्यकता नहीं है कि मृत स्टीयरमैन को उस स्थान से श्रद्धापूर्वक हटा दिया गया है जहां उसने मृत्यु तक सम्मानजनक ढंग से निगरानी और रक्षा की थी, जिसकी दृढ़ता युवा कैसाबियांका की तरह महान है, और उसे तहक़ीक़ात की प्रतीक्षा में मुर्दाघर में रखा गया है।
अचानक आया तूफान पहले ही गुजर रहा है, और इसकी उग्रता कम हो रही है। भीड़ पीछे की ओर तितर-बितर हो रही है, और यॉर्कशायर के मैदानों में आकाश लाल होने लगा है। मैं परित्यक्त जहाज का और विवरण आपके अगले अंक के लिए समय पर भेज दूँगा, जिसने तूफान में इतने चमत्कारिक रूप से बंदरगाह में अपना रास्ता खोज लिया।

क्रमशः

No comments