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ड्रैकुला 25

 

जब पानी चढ़ान पर होता है तब अच्छा होता है, लेकिन जब ज्वार उतर जाता है, तब यहाँ मुश्किल से एस्क की धारा बचती है, जो रेतीले किनारों के बीच चट्टानों में यहाँ-वहाँ बहती रहती है। बन्दरगाह के बाहर करीब आधा मील लंबी चट्टानें उठ आई हैं, जिनके नुकीले किनारे दक्षिणी प्रकाशस्तंभ के पीछे से सीधे बाहर आते हैं। इसके छोर पर एक तरेरी है, जिसमें घंटी लगी है, जो खराब मौसम में डोलने लगती है, और इसकी मातमी आवाज़ हवाओं पर सफर करने लगती है।


यहाँ एक किंवदंती है कि जब कोई जहाज़ खो जाता है तो समंदर में घंटियाँ सुनाई देती हैं। इस बारे में मुझे बूढ़े आदमी से पूछना चाहिए। वह इधर ही आ रहा है।

वह एक खुशमिजाज बूढ़ा आदमी है। वह काफी बूढ़ा होगा, क्योंकि उसका चेहरा किसी पेड़ की छाल की तरह गांठयुक्त और मुड़ा हुआ है। वह मुझसे कहता है कि वह करीब सौ के आसपास है और यह भी कि जब वॉटरलू की जंग लड़ी गई थी, वह ग्रीनलैंड फिशिंग फ्लीट पर एक नाविक था। वह, मुझे लगता है कि बहुत ही शक्की व्यक्ति है, क्योंकि जब मैंने उससे समुद्री घण्टियों और एबी की गोरी औरत के बारे में पूछा, तो उसने बड़ी ही रुखाई से कहा-

“मैं उनके बारे में परवाह नहीं करता मिस। वहाँ सब चीज़ें बिगड़ गई हैं। मैं ऐसा नहीं कहता कि वे कभी थीं ही नहीं, लेकिन मैं कहूँगा कि वे मेरे समय में नहीं थीं। वे मुसाफिरों और सैलानियों के लिए ठीक हैं, लेकिन तुम्हारे जैसी अच्छी लेडी के लिए नहीं। यॉर्क और लीड्स के पैदल यात्री जो हमेशा हेरिंग का आचार खाते थे और चाय पीते थे और सस्ते फ़ौवारे खरीदने की फिराक में रहते थे, यकीन कर लेते होंगे। मैं सोचता हूँ, उनसे झूठी बातें बताने की किसको पड़ी होगी, यहाँ तक कि अखबार भी बेवकूफी भरी बातों से भरे रहते हैं।”

मैंने सोचा कि वह दिलचस्प बातें जानने के लिए सही इंसान होगा, इसलिए मैंने उससे पूछा कि क्या वह मुझे पुराने जमाने में व्हेलों के शिकार के बारे में कुछ बताएगा? वह अभी सोच ही रहा था कि शुरुआत कैसे करे, तभी घड़ी ने छह बजाए, जिस पर वह उठने की कोशिश करने लगा और कहा-

“अब मुझे घर जाना होगा मिस। चाय तैयार होने के बाद मेरी पोती को इंतज़ार करना पसंद नहीं आता, क्योंकि मुझे क़ब्रों को पार करने में वक़्त लगता है, क्योंकि वे बहुत सारी हैं, और मिस, मुझे घड़ी के अनुसार खाने की ज़रूरत पड़ती है।”

वह चला गया, और मैं देख रही थी, वह जितनी जल्दी उतर सकता था, सीढ़ियाँ उतर गया। ये सीढ़ियाँ इस जगह का बहुत बड़ा आकर्षण हैं। वे शहर से चर्च की ओर जाती हैं, पता नहीं कितनी सीढ़ियाँ हैं, लेकिन सैकड़ों हैं, और वे नज़ाकत से घूमती हुई जाती हैं। ढलान इतनी हल्की है, कि घोड़े उस पर आराम से आ-जा सकते हैं। मुझे लगता है कि मूल रूप से इसका एबी से कुछ तो लेना-देना होगा। मैं भी घर जाऊँगी। लूसी अपनी माँ के साथ बाहर गई है, और क्योंकि यह बुलावा फर्ज़ निभाने के लिए था, तो मैं नहीं गई।

25 जुलाई–

मैं यहाँ एक घंटा पहले लूसी के साथ आई थी, और हमने अपने बूढ़े दोस्त, और दो और लोगों से, जो हमारे साथ शामिल हो गए थे, बहुत सी दिलचस्प बातें कीं। वह ज़ाहिर है कि उनके लिए ज्ञानी पुरुष है। और मुझे लगता है कि अपने समय में वह बहुत ही तानाशाह शख्स रहा होगा। वह किसी चीज़ को स्वीकार नहीं करेगा और हर किसी को नीचा दिखाएगा। अगर वह उनसे बहस में नहीं जीत पाता तो उन्हें धमकाने लगता है, और फिर उनकी खामोशी को अपने विचारों से सहमति समझता है। लूसी अपनी सफ़ेद लॉन की फ्रॉक में बहुत ही प्यारी लग रही थी। जब से वह यहाँ आई है, उसके रंग में और भी निखार आ गया है। मैं ने ध्यान दिया कि जब हम बैठ गए तो बूढ़ों ने आ कर उसके पास बैठने में ज़रा भी देर नहीं लगाई। वह बूढ़े लोगों से बहुत अच्छी तरह बात कर रही थी, मुझे लगता है वे फौरन ही उसे प्यार करने लगे होंगे। यहाँ तक कि मेरा वाला बूढ़ा भी उससे अभिभूत हो गया था और उसका विरोध नहीं किया, लेकिन इसके अलावा मुझे दुगना हिस्सा दिया। मैं ने उससे किंवदंतियों के बारे में पूछा, और वह फौरन ऐसे शुरू हो गया, जैसे प्रवचन दे रहा हो। मुझे सब याद करने की कोशिश करनी चाहिए और उसे लिख लेना चाहिए।

“यह सब बेवकूफी भरी बातें हैं, सब अगड़म-बगड़म, बस यही है, इसके अलावा और कुछ नहीं है। ये शाप और हवा, और भूत-प्रेत, बुरी आत्माएँ, आ ऐसी सब चीज़ें, ये सब बच्चों की बकवास और चकराती हुई औरतों की गप्पें हैं। ये सब हवा के बुलबुलों के सिवा कुछ भी नहीं हैं। वे और सभी जादुई किताबें, और यंत्र और चेतावनियाँ, सब इन्सानों की खोजें हैं, छोटे-मोटे मेहनतकश इन्सानों की, लोगों को वैसा करने के लिए मजबूर करने के लिए, जिसे करने के वे इच्छुक नहीं होते थे। उनके बारे में सोच कर मुझे गुस्सा आता है। क्यों, वही थे, जो अखबारों में लिखे झूठ से संतुष्ट नहीं थे, और इसके बारे में अपने प्रवचनों में प्रचार कर रहे थे, और उन्हें मकबरों पर काटना चाहते थे। देखो, अपने चारों ओर देखो, चाहे जिधर भी देखो, वे सभी स्तब्ध हैं, सर पकड़ कर अहंकार में डूबे, एक ओर को जा रहे हैं, बस झूठ के उन ढेरों से लड़े लुढ़कते जा रहे हैं, जो उन पर लिखे गए थे। उन सब पर लिखा है, ‘यहाँ शरीर सो रहा है’ या ‘पवित्र याद में’ और फिर भी रात में उनमें से आधों के वहाँ कोई शरीर नहीं होते, और उनकी यादें चुटकी भर भी सुगंध नहीं फैलातीं, बहुत कम पवित्र हैं। सब झूठ है, किसी न किसी तरह के झूठ के अलावा कुछ भी नहीं है! मेरे भगवान, कयामत के दिन उन्हें अच्छी तरह जलाया जाएगा, जब वे अपनी मौत की पोशाकें पहने लुढ़कते हुए आएंगे, सभी एकसाथ बंधे होंगे और यह साबित करने के लिए, कि वे कितने अच्छे थे, अपनी अपनी क़ब्रों के पत्थरों को अपने साथ खींचने की कोशिश कर रहे होंगे, उनमें से कुछ काँप रहे होंगे और शोर मचा रहे होंगे, अपने हाथों से जो सूखे और फिसलन भरे होंगे समंदर में गिरने से बच रहे होंगे और अपनी डकारों तक को नहीं रोक पाएंगे।”
बूढ़े की आत्म-संतुष्ट चेहरे को देख कर, और जैसे वह सहमति के लिए चारों ओर देख रहा था, उससे मैं समझ गई कि वह “दिखावा” कर रहा है, तो मैंने उसे बोलते रहने पर आमादा करने के लिए एक शोशा छोड़ दिया।

“ओह, मिस्टर स्वेल्स, आप मज़ाक कर रहे हैं ना? पक्का ये क़ब्र के सारे के सारे पत्थर तो झूठे नहीं हो सकते ना?”

क्रमशः

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