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ड्रैकुला 23

 

लूसी वेस्टेनरा का पत्र मीना मरे के लिये:

17, शेथेम स्ट्रीट
बुधवार


मेरी सबसे प्यारी मीना,

मुझे कहना पड़ेगा कि तुम बहुत बुरी पत्र-लेखिका हो, इसलिये मुझ पर इतने अन्यायपूर्ण इल्ज़ाम लगाये हैं। जब से हम अलग हुए हैं, मैं तुम्हें दो चिट्ठियाँ लिख चुकी हूँ, और तुम्हारा पिछला पत्र बस दूसरा था। इसके अलावा मेरे पास तुम्हें बताने के लिये कुछ नहीं है। कुछ ऐसा तो नहीं है, जिसमें तुम्हारी दिलचस्पी हो। इस समय शहर का मौसम बड़ा सुहाना है, और हमने बहुत सैर की, चित्र-दीर्घाएँ देखीं और पार्क में टहले और घुड़सवारी की।

जहां तक लंबे, घुँघराले बालों वाले शख्स की बात है, मुझे लगता है, वह वही होगा, जो पिछले पॉप शो में मेरे साथ था। ज़रूर कोई कहानियाँ बना रहा है। वह मिस्टर होमवुड थे। वे अक्सर हमसे मिलने आते हैं, और उनकी और ममा की बहुत पटती है, उनके पास करने के लिये ढेरों बातें होती हैं।

कुछ दिन पहले हम एक ऐसे शख्स से मिले, जो, अगर तुम्हारी मंगनी पहले ही जोनाथन से न हो गई होती, तो तुम्हारे लिये सही होता। उससे तुम्हारा अच्छा मेल बैठता, वह खूबसूरत है, पैसे वाला है, और अच्छे घराने से है। वह एक डॉक्टर है और सच में चालाक है। कल्पना करो! वह बस उनतीस साल का है, और एक विशाल पागलखाने का मालिक है, जो बस उसकी देख-रेख में चलता है। उसे मुझसे मिस्टर होमवुड ने मिलवाया था और उसे हमने अपने घर आने की दावत दी थी, और अब वह अक्सर आता है। मुझे लगता है, वो मुझे अब तक मिले सभी आदमियों में सबसे ज़्यादा साहसी है, फिर भी बेहद शांत है। वह एकदम निर्विकार लगता है।

मैं बस कल्पना कर सकती हूँ कि वह अपने मरीजों पर कितना मजबूती से नियंत्रण रखता होगा। उसमें सीधे किसी के भी चेहरे पर नज़र गड़ाने की एक अजीब सी आदत है, जैसे किसी के मन को पढ़ने की कोशिश कर रहा हो। वह इसे पूरी शिद्दत से मुझ पर आजमाता है— लेकिन यकीन मानो, यहाँ उसकी दाल नहीं गलने वाली। मुझे अच्छी तरह पता है। क्या तुमने कभी अपना चेहरा पढ़ने की कोशिश की है? मैंने की है, और मैं तुम्हें बता रही हूँ, कि यह कोई बुरी पढ़ाई नहीं है, और अगर तुमने इसे आज़माया नहीं है तो इसमें ज़्यादा परेशानी होती है, बनिस्बत इस बारे में बस कल्पना करने के। वह कहता है कि मैं उसके लिये एक दिलचस्प मनोवैज्ञानिक अध्ययन साबित हो सकती हूँ, और मैं सच में सोचती हूँ कि शायद मैं कर सकूँ। तुम जानती हो कि मुझे कपड़ों में इतनी दिलचस्पी नहीं है, कि मैं नए-नए फ़ैशन की व्याख्या कर सकूँ। कपड़े मुझे उबाऊ लगते हैं।

देखो, मैं फिर गंवारपन पर उतर आई, लेकिन चिंता मत करो। आर्थर रोज़ ही ऐसा कहता है। तो, बस इतनी ही बात है, मीना, हम बचपन से एक-दूसरे को अपने राज़ बताते आए हैं। हम साथ सोये हैं, साथ खाया-पिया है, साथ-साथ हँसे और रोये हैं, और अब, जबकि मैं बोलने लगी हूँ, मैं और भी कुछ बताना चाहूंगी। ओह, मीना, तुम्हें अंदाज़ा भी है? मैं उससे प्यार करती हूँ। मुझे लिखते हुए शर्म आ रही है, और हालांकि मुझे लगता है कि वह भी मुझे प्यार करता है, लेकिन उसने अब तक अपनी ज़ुबान से इज़हार नहीं किया है— लेकिन, ओह, मीना, मैं उसे प्यार करती हूँ।

मैं उसे प्यार करती हूँ! मुझे अच्छा लगता है। काश, मैं तुम्हारे साथ होती, डियर, आतिशदान के पास बैठ कर कपड़े उतारते, जैसे हम पहले किया करते थे, और मैं तुम्हें बताने की कोशिश करती कि मुझे कैसा लग रहा है। जाने मैं यह तुम्हें लिख कैसे पा रही हूँ। मुझे लगता है कि अब मुझे बस कर देना चाहिये, वरना कहीं मैं यह ख़त फाड़ न डालूँ, लेकिन मैं रुकना भी नहीं चाहती, क्योंकि मैं बहुत शिद्दत से तुम्हें सब बताना चाहती हूँ। मुझे फौरन जवाब देना, और बताना कि तुम मेरे बारे में क्या सोचती हो। मीना, मेरी खुशी के लिये दुआ करना।

लूसी

पुनश्च: कहने की ज़रूरत नहीं है कि यह एक राज़ है। एक बार फिर से, शुभरात्रि। एल॰


लूसी वेस्टेनरा का पत्र मीना मरे के लिये:

24 मई

मेरी सबसे प्यारी मीना,

शुक्रिया, शुक्रिया, तुम्हारे प्यारे से ख़त के लिये बार-बार शुक्रिया। तुम्हें बता कर और तुम्हारी हमदर्दी हासिल कर के कितना अच्छा लगा।

प्यारी मीना, बारिश तो नहीं हो रही है, लेकिन बूँदा-बाँदी जारी है। पुरानी कहावतें कितनी सच्ची होती हैं। मैं सितंबर में बीस साल की हो जाऊँगी, और अब तक मुझे कोई पैगाम नहीं मिला था, एक भी सच्चा पैगाम नहीं, और आज मुझे तीन-तीन पैगाम मिले। ज़रा सोचो! तीन-तीन पैगाम एक ही दिन में! है ना ताज्जुब की बात! मुझे बुरा लग रहा है, सच में बहुत बुरा लग रहा है, उन बेचारे दोनों दोस्तों के लिये। ओह मीना, मैं इतनी खुश हूँ कि पता नहीं मैं क्या कर बैठूँ। और तीन प्रस्ताव! लेकिन भगवान के लिये किसी लड़की को मत बताना, वर्ना जाने वह कैसे-कैसे हवाई किले बनाने लगे, और अगर उसे उसी दिन छह पैगाम न मिलें तो कहीं उसे सदमा न लग जाये।

कुछ लड़कियां कितनी घमंडी होती हैं! तुम और मैं, मीना प्यारी, जिनकी मंगनी हो चुकी है और जो जल्दी ही सादगी से घर बसाने जा रही हैं, और बूढ़ी शादीशुदा औरतों में बदल जायेंगी, घमंड की निरर्थकता समझ सकते हैं। खैर, मुझे तुम्हें उन तीनों के बारे में बताना है, लेकिन तुम इसको हर किसी से छुपा कर रखना, ज़ाहिर है कि जोनाथन को छोड़ कर। तुम उसको बताओगी, क्योंकि अगर मैं तुम्हारी जगह पर होती तो पक्का मैं भी ऑर्थर को ज़रूर बताती। एक औरत को अपने पति को सब कुछ बताना चाहिये। क्या तुम्हें ऐसा नहीं लगता, डियर? मैं सच कहूँगी। मर्द ईमानदार औरतों को पसंद करते हैं, निश्चित ही अपनी बीवियों से उतनी ही ईमानदारी की अपेक्षा रखते हैं, जितने वे खुद हों। और औरतें, मुझे लगता है कि अक्सर उतनी ईमानदार नहीं होतीं, जितनी उन्हें होना चाहिये।

खैर, प्रिय मीना, पहला वाला लंच से ठीक पहले आया। मैंने तुम्हें उसके बारे में बताया था, डॉ॰ जॉन सीवर्ड, पागलखाने का डॉक्टर, मजबूत जबड़े और खूबसूरत माथे वाला। वह बाहर से बहुत शांत दिख रहा था, लेकिन उतना ही नर्वस था। वह ज़रूर छोटी-छोटी बातों पर तवज्जोह देता रहा था, और उन्हें याद रखता रहा था। वह अपने सिल्क हैट में ही बैठ गया, जैसा शांत लोग अक्सर नहीं करते हैं, और फिर जब वह खुद को आराम में दिखाना चाह रहा था, वह एक छुरी से ऐसे खेलने लगा कि मैं बस चीख ही उठी थी। वह मुझसे बोला, मीना, एकदम सीधे-सीधे। उसने मुझे बताया कि वह मुझसे कितना प्यार करता था, हालांकि वह मुझे अभी जानता ही कितना था, कि उसका जीवन मेरे साथ कैसा होगा, उसे कितनी मदद और खुशी मिलेगी।

वह मुझे बताने ही वाला था कि अगर मैंने उसकी परवाह नहीं की तो वह कितना दुखी होगा, लेकिन तभी उसने देखा कि मैं रोने लगी हूँ, तो उसने कहा कि वह एक जानवर है और वह मेरी वर्तमान परेशानियों को बढ़ाना नहीं चाहता। फिर वह रुक गया और मुझसे पूछा कि क्या मैं कभी उससे प्यार कर सकती हूँ, और जब मैंने अपना सिर हिलाया, उसके हाथ काँप गये, और फिर ज़रा झिझकते हुए उसने मुझसे पूछा कि क्या मैं पहले से ही किसी और से प्यार करती हूँ? उसने यह बहुत अच्छे ढंग से पूछा, उसने कहा कि वह मुझसे मेरा आत्मविश्वास छीनना नहीं चाहता, लेकिन बस जानना चाहता है, क्योंकि अगर किसी औरत का दिल खाली है, तो वह उम्मीद लगा सकता है।

और फिर मीना, मुझे अपना फर्ज़ लगा कि मैं उसे बता दूँ कि कोई है। मैंने बस उसे इतना ही बताया, और फिर वह खड़ा हो गया, और तब वह बहुत मजबूत और गंभीर दिखा, उसने मेरे दोनों हाथ अपने हाथों में ले लिये और कहा कि वह मेरे खुश रहने की उम्मीद करता है, और कहा कि अगर मुझे कभी किसी दोस्त की ज़रूरत महसूस हो तो मैं उसको अपने सबसे अच्छे दोस्तों में गिनूँ। ओह, प्रिय मीना, मैं अपने आँसू रोक नहीं सकी, और मुझे माफ कर देना कि इस खत में जगह-जगह धब्बे पड़ गये हैं।

प्रस्ताव मिलना या ऐसी ही कोई भी चीज़ बहुत अच्छी लगती है, लेकिन इसमें बिलकुल भी खुशी नहीं मिलती, जबकि कोई ऐसा शख्स, जिसे तुम जानती हो कि वह बेचारा तुम्हें ईमानदारी से चाहता है, जा रहा हो और दिख रहा हो कि उसका दिल टूट गया है, और यह जानते हुए भी, चाहे वह उस पल तुमसे जो भी कहे, तुम उसकी ज़िंदगी से निकल जाती हो। माई डियर, इस वक़्त मुझे इसे यहीं बंद कर देना चाहिये, मैं बहुत दुखी महसूस कर रही हूँ, हालांकि मैं बहुत खुश हूँ।

क्रमशः


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